
“कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी” ये वो नाम है जिसने सरहद पार आतंकवादियों को जहन्नुम पहुँचाने में अहम किरदार निभाया
- Muneer Khan
- May 8
- 1 min read

भारतीय सेना की ओर से कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी का प्रेस कांफ्रेंस करना एक बेहद सोच-समझ कर उठाया गया क़दम लगता है । इससे कई स्तरों पर संदेश जाता है । पहला - हमारी बहनों का सिंदूर छीना गया, तो उसका जवाब भी एक बहन के मुँह से दिया गया, यह रणनीतिक तौर पर सटीक है ।
दूसरा- पाकिस्तान जो इस संघर्ष को हिंदू-मुस्लिम रंग देना चाहता है, उसे कर्नल सोफ़ाई के बयान से सीधा जवाब मिला कि आतंकवाद मज़हब नहीं देखता, और इससे मुसलमान भी मारें हैं । तीसरा- जो लोग भारत में इस घटना को सांप्रदायिक बना रहे हैं, उनके लिए भी ये जवाब है कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में हर धर्म हर वर्ग एक जुट है। जब एक महिला एक फ़ौजी हो कर बोलती है तो उसका असर दुगना होता है, गर्व होता है कि एक ऐसे धर्म से आ कर ये मक़ाम हासिल करना जो अभी भी बच्चियों को हिजाब के बहाने उनकी तरक़्क़ी रोकना चाहते हैं ।

जय हिन्द जय भारत








Comments